Monday, October 27, 2025
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आदिवासी संस्कृति विश्व संस्कृति की जननी: प्रधान

विश्व आदिवासी दिवस पर होंगे 5 दिवसीय कार्यक्रम, समापन समारोह में कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन होंगे मुख्य अतिथि

कोरबा। आदिवासी संस्कृति विश्व संस्कृति की जननी है। कोरबा में विश्व का प्रथम आदिवासी शक्तिपीठ बुधवारी में स्थापित है। हमने इसके माध्यम से समाज की वैचारिक असमानता को दूर करने का काम किया है। आदिवासी शक्तिपीठ बुधवारी में विश्व आदिवासी दिवस पर पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 11 अगस्त को समापन समारोह का आयोजन होगा। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन शिरकत करेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत 7 अगस्त को होगी। प्रथम दिवस पांचों ब्लॉक स्तर पर अलग अलग कार्यक्रम आयोजित होंगे। सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। जिसमें सामान्य ज्ञान, भाषण, रंगोली और चित्रकला प्रतियोगिता शामिल हैं। 8 अगस्त को कबड्डी, रस्साकसी, फुगड़ी और तीरंदाजी प्रतियोगिताएं आदिवासी शक्तिपीठ में होगी। तृतीय दिवस सामूहिक देवपूजन, कुर्सी दौड़ और दीप प्रज्वलन व आतिशबाजी होगी। चतुर्थ दिवस मेडिकल कैम्प, रक्तदान शिविर, 7 एवं 8 अगस्त के प्रतियोगिता का फाइनल आयोजन, सांस्कृतिक नृत्य प्रतियोगिता, परम्परागत आदिवासी परिधान प्रतियोगिता, कैरियर काउन्सलिंग उद्यमशीलता एवं प्रेरक व्याख्यान का आयोजन होगा। पांचवें और अंतिम दिवस 11 अगस्त को मैराथन प्रातः 7 बजे से शुरू होगी। जिसके उपरांत मंचीय कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह, कैरियर काउंसलिंग व प्रेरक उद्बोधन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और क्विज, दोपहर को सामूहिक भोज, पारितोषण वितरण एवं अतिथियों द्वारा उद्बोधन दिया जाएगा। संध्या काल सामूहिक नृत्य व समापन समारोह आयोजित होगा। समापन समारोह में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन होंगे। अध्यक्षता बी एस पैंकरा अध्यक्ष आदिवासी शक्तिपीठ करेंगे। अति विशिष्ट अतिथि ज्योत्सना चरण दास महंत सांसद होंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में फूल सिंह राठिया विधायक रामपुर, प्रेमचंद पटेल विधायक कटघोरा, तुलेश्वर सिंह मरकाम विधायक पाली-तानाखार, जयसिंह अग्रवाल पूर्व कैबिनेट मंत्री, डॉ. पवन सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत, संजूदेवी राजपूत महापौर, सेवकराम मरावी जिलाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज, सिमरनजीत कौर पार्षद वार्ड क्रमांक 28 सहित समस्त जनपद अध्यक्ष, पार्षद, जिला पंचायत सदस्य, सभी समाज प्रमुख गण, आदिवासी, अनुसुचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग व समस्त सरपंच गण होंगे

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