

गुरदीप सिंह की रिपोर्ट
आज कुसमुंडा एसईसीएल में फिर एक मामला सामने आया जिसमें किसी और के जमीन के बदले कोई और नौकरी कर रहा है, जिसे लेकर भू विस्थापितो ने मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के मुख्य द्वार पर आधी रात को धरना प्रदर्शन शुरू किया, आपको बता दें कुसमुंडा क्षेत्र की अर्जित भूमि पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने का गंभीर मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मनगाँव स्थित खसरा क्रमांक 398/2, 398/3, 418/2, 432, 434/3, 437, 438/2, 441/2 एवं 441/3 की जमीन श्री रमेश, पिता श्री सलिकराम की थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उक्त भूमि को आधार बनाकर कूट रचना करते हुए श्री प्रहलाद, पिता रमेश ने नौकरी प्राप्त की और वर्तमान में भटगांव क्षेत्र में पदस्थ हैं।इस मामले में स्टाफ़ अधिकारी (एचआर), भटगाँव को दिनांक 21 जुलाई 2025 को पत्र क्रमांक 1530 के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि यदि श्री प्रहलाद आत्मज रमेश यदि नौकरी से त्यागपत्र या वी.आर.एस. देते हैं, या त्यागपत्र या वी.आर.एस. देने की प्रक्रियाधीन हैं, तो उनके विरुद्ध उचित कार्यवाही की जाए एवं उनके वेतन या भुगतान पर रोक लगाई जाए। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए श्री प्रहलाद के विरुद्ध विभागीय जांच प्रक्रिया भी भटगाँव क्षेत्र में शुरू कर दी गई है। जांच प्रक्रिया में कुसमुंडा क्षेत्र की ओर से आवश्यक सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया गया है, ताकि जांच में कोई विलंब न हो। इसके अतिरिक्त, एक राजस्व अधिकारी को विशेष रूप से कुसमुंडा क्षेत्र से इस कार्य हेतु नियुक्त किए जाने की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे संपूर्ण जांच निष्पक्ष और शीघ्रता से संपन्न हो सके। इस मामले ने एसईसीएल की भर्ती प्रक्रिया और दस्तावेज सत्यापन प्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि ,इस फर्जीवाड़े की तह तक जाकर दोषियों पर कब तक और कैसी कार्यवाही होती है।