
Jeevan Chouhan/Reporter/ Korba Date:- 30/05/2025
कोरबा। खेती की तैयारी में जुटे किसानों को इस बार डीएपी खाद के लिए संकट का सामना करना पड़ेगा। बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष डीपीए खाद का भंडारण मांग के अनुरुप नहीं हो सका है। परिणाम स्वरुप डीएपी खाद किसानों के द्वारा मांगे जाने के बावजूद पूर्ति नहीं की जा रही है। डीएपी खाद के संकट को प्रशासनिक अधिकारी भी स्वीकारते हैं। विकल्प के तौर पर अन्य खाद के उपयोग हेतु प्रोत्साहित कर रहे हैं।
मानसून आने के पूर्व सहकारी समितियों में खाद का भंडारण का काम शुरु हो चुका है। उरगा और कटघोरा के गोदाम से खाद की सप्लाई समितियों में की जा रही है। समितियों में खाद के भंडारण को लेकर अधिकारियों के द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। किसानों के द्वारा डीएपी खाद ज्यादा मांगी जा रही है। लक्ष्य के अनुरुप भंडारण को लेकर विभाग ने अपने स्तर पर तैयारी की है किंतु सप्लाई नहीं होने के कारण डीएपी खाद का संकट शुरुआती दौर से ही खड़ा हो गया है। विभाग के मुताबिक बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष रासायनिक खाद के भंडारण का लक्ष्य बढ़ा है किसानों की संख्या बढ़ने के साथ साथ खाद की खपत भी बढ़ी है। उसके अनुरुप डीएपी खाद की सप्लाई नहीं हो पा रही है। वर्ष 2024 में 2824 मिट्रिक टन डीएपी खाद का भंडारण किया गया था। इस वर्ष यह लक्ष्य लगभग 4 हजार मिट्रिक टन पहुंच चुका है अब तक 539.55 मिट्रिक टन खाद का वितरण किया गया है। 456 मिट्रिक टन खाद वर्तमान में समितियों के पास शेष है। इस तरह कुल 1 हजार मिट्रिक टन डीएपी खाद ही जिले को उपलब्ध हो सकी है।