
गुरदीप सिंह की रिपोर्ट
एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के चंद्रनगर गांव के भूविस्थापित किसान समीर पटेल के साथ नीलकंठ आउटसोर्सिंग कंपनी में मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, समीर पटेल पिछले एक साल से कंपनी में नौकरी की मांग को लेकर लगातार प्रयासरत थे। लेकिन जब वे शुक्रवार को कंपनी के एचआर मुकेश सिंह से मिलने पहुंचे, तो उनसे बातचीत के बजाय सुरक्षा के नाम पर तैनात महिला बाउंसरों ने उनके साथ मारपीट की।ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी द्वारा जानबूझकर स्थानीय भूविस्थापितों को रोजगार से वंचित किया जा रहा है और जब वे अपना हक मांगने आते हैं, तो उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। महिला बाउंसरों की तैनाती को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या कंपनी अपनी जवाबदेही से बचने के लिए डर और दमन का माहौल बना रही है।घटना के बाद चंद्रनगर सहित आसपास के क्षेत्रों में भारी आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई और समीर पटेल को जल्द रोजगार नहीं दिया गया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
प्रशासन की चुप्पी भी सवालों के घेरे में
महिला बाउंसर के टीशर्ट में लिखा है इंडियन आर्मी क्यों…
घटना के बाद अब तक स्थानीय प्रशासन या पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ग्रामीणों का गुस्सा और बढ़ गया है। प्रभावित परिवारों का कहना है कि जब तक भूविस्थापितों को उनका अधिकार नहीं मिलेगा, वे चुप नहीं बैठेंगे जानकारी मिलते ही गांव के लोग और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना नाराज हो गए ठेका कंपनी के दफ्तर पहुंचे कंपनी ने आश्वासन दिया कि दोबारा महिला बाउंसर कार्यालय में नहीं दिखेंगे


















