
गुरदीप सिंह की रिपोर्ट
कोरबा। कुसमुंडा के गुरुद्वारा सिंह सभा में प्रकाश पर्व पर नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। पंच प्यारों की अगुवाई में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति और उत्साह के साथ भाग लिया। पारंपरिक गतका प्रदर्शन और गुरु वाणी के गायन से नगर भक्ति के रंग में रंगा रहा।। सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव महाराज के 556वें प्रकाश पर्व पर शनिवार को नगर में श्रद्धा और भक्ति का सागर उमड़ पड़ा। गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा कुसमुंडा से प्रारंभ हुआ भव्य नगर कीर्तन, पंच प्यारों की अगुवाई में नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए पुनः गुरुद्वारा सिंह सभा कुसमुंडा में जाकर संपन्न हुआ।

नगर कीर्तन में संगतों का उत्साह देखने लायक था। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर संगत का स्वागत किया। शोभायात्रा में *जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे गूंजते रहे शोभायात्रा के सबसे आगे गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप की बहुरंगी पुष्पों से सजी पालकी के समक्ष श्रद्धा भाव से लोक शीश नवाते रहे मार्ग पर सेवादार साफ सफाई वह पुष्प की वर्षा करते हुए चल रहे थे कुसमुंडा सिंह सभा गुरुद्वारा के प्रधान सुरजीत सिंह हैप्पी ने बताया कि गुरु नानक देव के उपदेशों को समाज के लिए मार्गदर्शक बताया और कहा कि उनका जीवन सत्य सेवा और समानता का प्रतीक है उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव के संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है किसके उपलक्ष में कुसमुंडा गुरुद्वारा सिंह सभा से नगर कीर्तन निकाला गया जो मारगो से होते हुए पुनः गुरुद्वारा पहुंचा गुरुद्वारे में अरदास के उपरांत अटूट लंगर बरताया गया।



















