
कोरबा। राहुल ठाकुर जी की संगीत यात्रा की शुरुआत कोरबा शहर से हुई। बचपन से ही संगीत में गहरी रुचि होने के कारण इन्होंने बाल विहार हायर सेकेंडरी स्कूल, कोरबा के एक छोटे से विद्यालयीन समारोह से अपनी प्रस्तुतियों का प्रारंभ किया। इसी मंच से आगे बढ़ते हुए कोरबा ज़िले में अब तक 200 से अधिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं।वर्ष 2019 से 2025 तक इन्होंने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से हिन्दुस्तानी गायन विषय में प्रख्यात आचार्य डॉ. दिवाकर कश्यप जी के सान्निध्य में अध्ययन करते हुए स्नातकोत्तर (Masters) की उपाधि प्राप्त की। शिक्षा के साथ-साथ ही इन्हें विभिन्न जिलों एवं नगरों में कार्य करने और मंच प्रस्तुतियाँ देने का अवसर प्राप्त होता रहा।इसी दौरान राहुल ठाकुर जी ने अनेक राज्य स्तरीय समारोहों में अपनी गायकी की छाप छोड़ी। इनमें प्रमुख हैं –राज्योत्सव – रायपुरराज्योत्सव – कोरबापाली महोत्सव – कोरबाकुदरगढ़ महोत्सव – सूरजपुरस्वीप कार्निवाल – मुंगेलीआदि।वर्तमान में ये कला केन्द्र का जिला प्रशासन रायपुर के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संचालन कर रहे हैं। यह केन्द्र अब तक हजारों विद्यार्थियों को संगीत की शिक्षा प्रदान कर चुका है और आज भी युवा पीढ़ी को संगीत, नृत्य एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़कर उन्हें कला की दिशा में प्रेरित कर रहा है।इस प्रकार राहुल ठाकुर जी ने अपनी लगन, मेहनत और साधना से न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं, बल्कि कला केन्द्र रायपुर के माध्यम से हजारों विद्यार्थियों को मंच प्रदान कर उन्हें सांस्कृतिक परंपरा से जोड़ने का कार्य भी कर रहे है.