
जीवन चौहान/कोरबा/सावन का महीना शिव भक्ति के लिए प्रमुख रुप से जाना जाता है। घर के शिव मंदिरों से लेकर बाहर स्थित शिवालयों में जलाभिषेक करने वाले भक्तों का तांता सोमवार के दिन सर्वाधिक रहता है। हालांकि अन्य दिनों में भी दर्शानार्थियों की भीड़ रहती है। किंतु सावन के महीने में शिव पूजा के लिए सोमवार का दिन विशेष रहता है। इस स्थिति में सावन सोमवार का अपना अलग महत्व रहता है। इसी आस्था और परंपरा के तहत सोमवार के दिन शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ जलाभिषेक व दूध अभिषेक करने उमड़ी रुद्राभिषेक सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान शिव भक्तों के द्वारा कराये जा रहे थे। अंचल के दो प्रमुख स्थल कनकी और पाली में प्रतिवर्ष सावन में अन्य जिलों से भी दर्शानार्थी जलाभिषेक करने एवं अन्य अनुष्ठान करने पहुंचते हैं। ऐसी स्थिति में दोनों प्रमुख शिव मंदिरों में सोमवार के दिन आस्था की भीड़ नजर आती है। जिसे नियंत्रित करने के लिए मंदिर समितियों के साथ साथ स्थानीय पुलिस बल भी रहता है। कनकी धाम में सुबह से जलाभिषेक करने शिव भक्तों की लगी भीड़ दोपहर 12 बजे तक कम नहीं हुई थी। मंदिर में दो तरफ से कतार लगी हुई थी। पहला मुख्य द्वार से सड़क तक वहीं दूसरी कतार नदी से तट से लेकर मंदिर के मुख्य द्वार तक, दोनों ही कतारों में भक्तों की कतार नजर आ रही थी।