प्रदेश के कोरबा जिले में आबकारी विभाग की मनमानी काफी बढ़ गई है। विभाग के कर्मचारी खुद को विभाग का आका समझते हैं और अवैध कार्यों को अंजाम देने में लगे हुए है। खासकर विभाग में पदस्थ हेड कांस्टेबल अजय तिवारी खुद को तुर्रम खान समझतें हैं और जो मन में वहीं करते हैं। हेड कांस्टेबल को विभागीय अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है और उसके सिर पर अधिकारियों का साया है यही वजह है,कि उसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती। ताजा मामला गांजा के अवैध कारोबार से जुड़े हुआ है जिसमें हेड कांस्टेबल अजय तिवारी की पूरी संलिप्तता है। बताया जा रहा है,कि अजय तिवारी ठेके में रखे अपने फर्जी छापामार दल के साथ अवैध कारोबार वाले क्षेत्र में पहुंचे और वहीं पर दो युवकों को दो किलो गांजे के साथ गिरफ्तार कर लिया।
युवक के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए उसे विभाग के वेयर हाउस में लाया जाता है और पांच लाख रुपयों की मांग की जाती है। हमको जब इस बात की जानकारी होती है,तो हम सीधे वेयर हाउस पहुंचते हैं और खबर बनाने के लिए युवक से पूछताछ करते हैं।
तब अजय तिवारी हमरे रिपोर्टर को धक्का मारकर बाहर निकाल देते हैं और खबर के संबंध में बड़े अधिकारियों से बात करने की सलाह देते हैं। वीडियो में आप साफ-साफ देख सकते हैं,कि अजय तिवारी अपने पद का कितना दुरुपयोग कर रहा है सिर्फ और सिर्फ अवैध तरीके से पैसा कमाने के लिए।