Friday, October 31, 2025
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करोड़ों की शासकीय जमीन पर कब्ज़ा करने वालों पर प्रशासन का चला बुलडोज़र, पूर्व में चार जमीन दलाल लक्ष्मण लहरे सीताराम चौहान, राजू सिमोन और सोनू जैन पर हुआ है FIR 

कोरबा। कांग्रेस के पूर्व पार्षद सीताराम चौहान, लक्ष्मण लहरे, राजू सिमोन और सोनू जैन के द्वारा कुछ दिन पूर्व मानिकपुर डिपरापारा की करोड़ों की शासकीय भूमि पर जेसीबी से बल पूर्वक कब्जा कर लिया गया था। जिसके बाद क्षेत्र के पार्षदों के द्वारा शिकायत करने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए आज कार्रवाई कर करोड़ों रुपये की। शासकीय जमीन को कब्जा मुक्त कर जमीन पर शासकीय बोर्ड लगा दिया है। सरकारी तन्त्र की सख्ती के बाद जमीन माफियाओं में हड़कंप मच गया है और वे बचाव के तरीकों की खोज में जुट गये हैं।

कोरबा नगर पालिक निगम क्षेत्र के दादर खुर्द से लगे मानिकपुर डिपरापारा वार्ड क्रमांक 33 में शासकीय भूमि जिसका खसरा नंबर 1125 है। जो कि शासकीय अभिलेखों में दर्ज़ है। जिस पर अवैध कब्ज़े को लेकर प्रशासन के पास शिकायतें कुछ महीनों से लगातार सामने आ रहा थी। जिस पर प्रशासन ने टीम गठित कर मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए काँग्रेस के पूर्व पार्षद जमीन दलाल सीताराम चौहान और उनके साथी लक्ष्मण लहरें, राजू सिमोन और सोनू जैन से करीब एक करोड़ रुपये कीमती सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया है। मानिकपुर डिपरापारा क्षेत्र में इन चारों के द्वारा अवैध रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा कर करोड़ों रुपये में प्लाट काट काटकर बेचने की बार बार प्रशासन को शिकायत मिल रही थी। जिसको कब्जा मुक्त कराते हुए प्रशासन ने कब्जाई गयी इस जमीन पर प्रशासन का अपना बोर्ड लगा दिया है।उल्लेखनीय है कि मानिकपुर डिपरापारा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के लिए कुख्यात बन चुके ज़मीन दलाल सीताराम चौहान, लक्ष्मण लहरें, राजू सिमोन और सोनू जैन। कांग्रेस सरकार के दौरान इस संबंध में की गई शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं होती थी। बल्कि शिकायतकर्ताओं को धमकाया जाता था। वर्तमान प्रशासन की इस कार्रवाई से क्षेत्र के जमीन माफियाओं में हड़कंप मच गया है।जिले के नगर निगम क्षेत्र में भूमाफिया लक्ष्मण लहरे, सीताराम चौहान, राजू सिमोन और सोनू जैन के द्वारा सांठ गांठ दर्जनों शासकीय भूमि का अतिक्रमण लोगों ने किया है। सिलसिला इलाके में अब भी जारी है। भू माफिया कई भूखंड को फर्जी कागजात के जरिए खरीदी बिक्री करने में भी सफल होते रहे हैं। लेकिन अब सरकारी भूखंडों में विभागी सांकेतिक साइन बोर्ड लग जाने के बाद उसकी खरीद फरोख्त पर रोक लगेगी। आसपास के लोगों को जानकारी मिल जाएगी कि संबंधित भूखंड सरकारी है। कोई भी व्यक्ति इसे अवैध कब्जा नहीं कर सकता है। अगर किसी व्यक्ति के द्वारा भूखंड का क्रय विक्रय करने का प्रयास किए जाने की स्थिति में सम्बंधित व्यक्ति पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।शिकायतकर्ताओं को जमीन दलाल लक्ष्मण लहरे,सीताराम चौहान, राजू सिमोन और सोनू जैन के द्वारा दिया जाता है धमकी….. दादर खुर्द निवासी शिकायतकर्ता को भी गाली गलौज और जान से मारने की दी गई धमकी, पुलिस से शिकायत की तैयारी….इन चारों के हौसले इतने बुलंद हो गए थे कि कुछ माह पूर्व ही क्षेत्र की महिला पार्षद के द्वारा शासकीय भूमि पर कब्जा को लेकर मना करने पर महिला पार्षद को गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी तक दिया गया था। जिसके बाद पार्षद के द्वारा प्रशासन से शिकायत करने के बाद एक और दूसरी जमीन पर प्रशासन के द्वारा 21 घरों में से 10 घरों को बेजा मुक्त कराया गया था और कुछ घरों को दो महीने की मोहलत दी गई थी जिसका भी अब समय पूरा होने को है। जिस पर फिर से प्रशासन की ओर से कार्रवाई शुरू करने के आसार है।एसडीएम सरोज महिलांगे ने बताया कि शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा को लेकर बार-बार शिकायतें आ रही थी जिस पर आज कार्रवाई करते हुए शासकीय भूमि करीब 1 एकड़ को कब्जा मुक्त कराकर ज़मीनों पर शासकीय बोर्ड लगवा दिए गए हैं। अब करोड़ों रुपये कीमती सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया जा चुका है।कब्जा मुक्त कराई गई जमीन का सदुपयोग उपयोग किया जाएगा। और जो भी जमीन दलालों के नाम सामने आते हैं तो उनके ऊपर प्रशासन की तरफ से कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ताकि भविष्य में जमीन दलालों या अन्य लोगों के द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा न कर सके जिस पर शिकंजा कसा जाएगा। और कठोर कार्यवाही की जाएगी। चाहे जो जितना भी ताकतवर क्यों न हो प्रशासन सरकार की जमीन पर कब्जा लेगी।

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