कोरबा : साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड गेवरा क्षेत्र में आउट सोर्सिंग पर काम कर रहे चालकों ने वेतन बढ़ोत्तरी सहित 6 मांगों को लेकर आज सीजीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के चक्कर में कामकाज पर असर पड़ा। दूसरी ओर ठेका लेने वाली कंपनी रूंगटा प्राइवेट लिमिटेड ने साफ तौर पर कहा है कि मांगें केवल उनकी सुनी जाएंगीं जिन्हें हमने डिप्लाइड किया है।
एक सप्ताह पहले वेतन समेत काम के घंटे और अन्य मांगों को लेकर वाहन चालकों ने रुंगटा की साइड पर प्रदर्शन किया था और वाहनों को खड़ा कर दिया था। उस समय प्रदर्शन करने वालों की संख्या 60 के आसपास थी। कंपनी ने फौरी तौर पर संक्षिप्त चर्चा की और मामले को निपटा दिया। खबर है कि उस समय कहा गया था कि इस मसले पर आगे बातचीत होगी और इसे देखा जाएगा। नतीजे नहीं आने पर आज फिर से चालकों ने इस इलाके में प्रदर्शन किया। सूत्रों ने बताया कि सुबह 8 बजे तक गाडिय़ां बाहर लगी हुई थीं और इससे संदेश गया कि प्रदर्शन हो रहा है। बाद में सबकुछ सामान्य हो गया। जानकारों का कहना है कि वेतन समेत 6 मांगों को लेकर वाहन चालक दबाव बना रहे हैं ताकि कंपनी उनकी बात को मान ले और उन्हें सहूलियत दे।
इसी प्रकरण में नई जानकारी सामने आई है कि रुंगटा कंपनी की ओर से केवल उस मसले पर ही विचार करने की बात कही जा रही है जिसमें उसके द्वारा वाहन चालकों को खुद रखा है। ऐसी स्थिति में संबंधित लोगों का मुख्य नियोजक रुंगटा है। बताया गया कि बिचौलियों के माध्यम से कई ट्रांसपोटर्स ने अपनी गाडिय़ां इस कंपनी में लगा रखी है। कंपनी का कहना है कि ऐसे चालकों को क्या वेतन देना है और उनसे कैसे सेवाएं लेना है यह जिम्मेदारी हमारी नहीं है बल्कि यह पूरा मुद्दा संबंधित व्यक्ति का है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। जबकि ऐसे सभी चालक यही समझ रहे हैं कि वे रुंगटा के अधीन काम कर रहे हैं। इसी बात को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।