कोरबा जिले के पाली विखं के सरहदी गांव के निकट अचानक दिखे मगरमच्छ से ग्रामीणों मे दहशत फैल गया. सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर मगरमच्छ को खूँटाघाट बांध मे सुरक्षित छोड़ दिया तब ग्रामीणों ने राहत की साँस ली.
पाली वन परिक्षेत्र के अंतर्गत सिल्ली-शिवपुर से वन विभाग पाली को सुबह सुबह सुचना मिली कि एक मगरमच्छ रिहायशी इलाके में घुम रहा है. जिससे ग्रामीण दहशतजदा है. सूचना पाकर वन अमला मगरमच्छ के रेस्क्यू के लिए गांव पहुंचा।मगरमच्छ शिवपुर के पास कुमहीपानी के बांध के निकट पहुंच चुका था।जिसके कारण ग्रामीणों मे इस बात को ज्यादा चिंता थी कि मगरमच्छ अगर उस बांध में चला जाता तो उससे ग्रामीणों एवं पशुओं आदि को खतरा बना रहता.क्यूंकि आसपास के गांव मोहल्ले के ग्रामीण और पशु आदि की निस्तारी के लिए यही एक साधन है. वन विभाग की टीम जिसमें वन परिक्षेत्र अधिकारी संजय लकड़ा,डिप्टी रेजर बाबूलाल उरांव,फूलेश्वर, वाय.के.आडिल,सुरेश सिंह ठाकुर,देवलाल ,कु राजेश्वरी आदि शामिल रहे,ने कुछ ग्रामीणों के सहयोग से दो- तीन घंटे मशक्कत कर मगरमच्छ को काबू किया और उसे जलाशय में जाने से रोक लिया। वन विभाग ने सुरक्षित रेस्क्यू कर समीप खुटाघाट डेम मे छोड दिया। उल्लेखनीय है कि पाली विखं का दक्षिण पश्चिमी हिस्सा स्थित कई ग्राम पंचायत और मोहल्ले खुटाघाट बांध से जुड़े हुए हैं. खुटाघाट बांध में पाली विकासखंड के नदी नालों से पानी जाता है. खुटाघाट बांध में बड़ी संख्या में मगरमच्छ है. जो इन्हीं नदी नालों के सहारे कई बार इन ग्रामों तक पहुंच जाते हैं.