कोरबा वनमंडल के कुदमुरा वन परिक्षेत्र में तीन लोनर हाथियों ने एक साथ डेरा डाल दिया है। इनमें दो हाथी एक साथ विचरण कर रहे हैं। वहीं पांच लोगों की जान लेने वाला लोनर हाथी ने दोनों हाथियाें से आधा किलोमीटर दूर में डेरा जमाया है। ग्रामीणों में भय का माहौल हैं। वन विभाग की ओर से ड्रोन कैमरा से सतत निगरानी की जा रही है। ग्राम तौलीपाल, रतईमार, लुदुखेत व कुदमुरा के ग्रामीणों जंगल की ओर न जाने के लिए ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।
ग्राम कुदमुरा के जंगल से निकलने के बाद जगह-जगह उत्पात मचाते हुए लोगाें की जान लेने वाला लोनर हाथी डेढ़ माह बाद फिर से वापस अपने जंगल में पहुंच गया है। वन विभाग के कर्मियों के लिए भले ही यह राहत है लेकिन ग्रामीणों कें लिए आफत बन गई है। हाथी ने ग्राम तौलीपाली के निकट जंगल में डेरा डाला है, उसके निकट ही अन्य दो लोनर हाथी एक साथ विचरण कर रहे हैं। माना जा रहा था कि अकेले घूम रहा लोनर धरमजयगढ़ की ओर चला जाएगा। जिस दल से यह हाथी बिछड़ा था वह अभी धरमजयगढ़ की ओर विचरण कर रहा है।
कुदमुरा वन परिक्षेत्र के अधिकारी घुटुरसाय पैकरा ने बताया कि हाथियाें ने किसानों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है कि वे अपने खेत की ओर न जाएं। ड्रोन कैमरा से हाथी के दोनों दलों की निगरानी की जा रही है। बताना होगा कि हाथी के उत्पात को देखते हुए ट्रेंकुलाइज करने की योजना बनाई जा रही थी। इसकी जरूरत नहीं पड़ी और हाथी अपने क्षेत्र में वापस लौट गया।