
तिलकेजा – भाजपा नित केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार “वन नेशन वन इलेक्शन” का प्रस्ताव लाने की तैयारी में है वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व द्वारा सभी विकासखंडो में ग्राम प्रमुखों को इकट्ठा कर वन नेशन वन इलेक्शन पर संगोष्ठी आयोजित की जा रही ताकि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से गांव गांव तक इससे होने वाले लाभ का पता चले और वे अपने पंचायत में जाकर ग्रामसभा के माध्यम से गांव वालों तक इस विषय में चर्चा करके ग्रामसभा में प्रस्ताव पास कराकर महामहिम राष्ट्रपति महोदया तक प्रेषित कर सकें।
इसी कड़ी में रामपुर विधानसभा के कोरबा व करतला ब्लॉक के सरपंचोँ का संयुक्त रूप से अटल समरसता भवन तिलकेजा में संगोष्ठी आयोजित किया गया जिसका संचालन क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व भाजपा के उरगा मण्डल अध्यक्ष किशन साव ने किया।
संगोष्ठी में सर्वप्रथम ग्राम कोथारी निवासी सरपंच विश्राम कंवर ने “वन नेशन वन इलेक्शन ” प्रस्ताव का वाचन किया। फिर मंचस्थ अतिथियों में से सरपंच संघ करतला ब्लॉक के अध्यक्ष रामेश्वर राठिया जी द्वारा इस विषय पर विचार प्रस्तुत किया गया, सरपंच संघ के कोरबा ब्लॉक के अध्यक्ष विजय मँझवार जी द्वारा केन्द्र सरकार के इस सराहनीय पहल को देशहित में बताया साथ ही अपने ब्लॉक के सभी पंचायतों में इस प्रस्ताव को पारित कराने की बात भी कही गई। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व जनपद पंचायत करतला के अध्यक्ष श्रीमती अशोका कंवर ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि केन्द्र के इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को गांव गांव तक लोगों को बताना आवश्यक है और पंचायत प्रस्ताव कराकर अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की बात कही साथ ही आयोजकों का इस प्रकार के संगोष्ठी आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रशंसा भी किया गया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता व आर एस एस के जिला बौद्धिक प्रमुख ईश्वर श्रीवास जी ने इस विषय पर विस्तृत जानकारी साझा किया और विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से उपस्थित लोगों को वन नेशन वन इलेक्शन से देशहित में होने वाले फायदे को बताया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाना है। “एक राष्ट्र, एक चुनाव” का मुख्य उद्देश्य लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनावों को एक साथ आयोजित करना है ताकि समय, संसाधन, और प्रशासनिक खर्चों की बचत हो सके तथा देश के विकास कार्यों में निरंतरता बनी रहे।
संचालन के दौरान किशन साव ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के बाद लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के लिए पहली बार आम चुनाव 1951-1952 में एक साथ आयोजित किए गए थे। तीन लोकसभा चुनावों के बाद 1967 तक जारी रही, जिसके बाद यह चक्र 1969 में टूटा जब केंद्र ने तत्कालीन केरल सरकार को बर्खास्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 356 (संवैधानिक तंत्र की विफलता) को लागू किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद पंचायत करतला की अध्यक्ष श्रीमती अशोका कंवर, सरपंच संघ के कोरबा ब्लॉक अध्यक्ष विजय मँझवार, करतला ब्लॉक अध्यक्ष रामेश्वर राठिया, मुख्य वक्ता आर एस एस जिला बौद्धिक प्रमुख ईश्वर श्रीवास, सरपंच गण विश्राम कंवर, विज्ञानी देवी गिधौरी, दीनानाथ राठिया घिनारा, छत्रपाल सिंह राठिया नवापारा, परमेश्वर राठिया केरवादुआरी, जयनेन्द्र कंवर कूकरीचोली,गेवराज सिंह
केरवा सहित विभिन्न ग्रामों के सरपंच एवं दुलाउरीन शिव कर्ष, मनोज धीरहे, विजय पटेल सहित जनपद सदस्य प्रतिनिधि व पंचगण सीताराम कैवर्त, पदमा कौशिक, जमुना जायसवाल तथा भाजपा उरगा मण्डल के पदाधिकारी किशन साव,ओम साहू, संजू वैष्णव, प्रतिमा सोनवानी, पवन कंवर, रामनिरंजन जायसवाल, अरविन्द सोनी, दिनेश कौशिक, गोवर्धन पटेल, भुनेश्वरी कंवर, उत्तम राव, जगदीश नवरंग सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे। मंचस्थ अतिथियों तथा आगंतुक जनप्रतिनिधियों का आभार प्रकट उप सरपंच तिलकेजा श्रीमती पद्मा कौशिक जी द्वारा किया गया।